Business Idea: यदि आप किसान हैं, और अतिरिक्त धन कमाकर अपना एक नया व्यवसाय करना चाहते है, तो मशरूम की खेती करना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है. किंतु इसमें अच्छी पैदावार पाने के लिए आपको बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है। अगर आप इसमें थोड़ा मेहनत करते हैं तो फायदा ही फायदा है। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों के अलावा हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर जैसे ठंड़े राज्यों में भी अब तो मशरूम की खेती जोर शोर से की जा रही है।एशिया एवं अफ्रीका के क्षेत्रों में इसकी मांग काफी तादाद में देखने को मिलती है।
यदि आप चाहें तो Artificial method से भी मशरुम उगा सकते हैं। पर इसके लिए आपके पास पर्याप्त जगह होने चाहिए ताकि मशरूम को उगाने में आप को किसी परेशानी का सामना ना करना पड़े। हमारे देश में मशरूम का व्यापार अभी दो तरीके से होने लगा है. आप चाहें तो कोई कंपनी बना कर इसका व्यापार प्रारम्भ कर सकते है। या फिर यदि आप किसान है, तो आप इसकी खेती आसानी से कर सकते हैं, बस आप लकड़ी की सहायता से उस जमीन को एक बंद कमरे की तरह ढक लें. तो ये व्यापार आपके लिए एक जबरदस्त Source of Income हो सकता है।
अगर आप चाहते की मशरुम व्यवसाय को अतिरिक्त आय का जरिया बनाने तक ही सीमित रखें तो इसको छोटे स्तर पर शुरू कर सकते हैं। इससे आपके प्रमुख काम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। चूंकि मशरूम को जमीन में उगाया जाता है। इसलिए आपके व्यापार करने का तरीका जमीन पर निर्भर करता है। इसके अलावा मशरूम उगाने की प्रक्रिया सभी जगहों पर करीब एक जैसी ही होती है।
मशरुम बीज की कीमत75 रुपए कीलो है, जो कि ब्रांड, किस्म और Location के अनुसार बदलते रहते हैं। आप किस प्रकार की मशरूम की पैदावार करना चाहते हैं, यहआप पर निर्भर करता है।
यदि मशरूम की खेती बड़े स्तर पर करने का आपका इरादा है, तो इसके लिए बीज की मात्रा में भी बढ़ोतरी करनी होगी। थोड़ा बहुत अंतर सिर्फ स्थान, लागत एवं कच्चे माल की खरीददारी मेंहो सकता है। मशरूम उगाने की प्रक्रिया तो लगभग सभी की एक समान ही होती है।
मशरूम को उगाने के लिए घास-फूस या फिर गेहूं एवं धान के भूसे की आवश्यकता होती है। इसकी सुरक्षा हेतु आपको कीटनाशक दवाएं एवं इसका बीज भी खरीदना होता है। मशरूम की खेती कमरे में भी की जा सकती है। बस आपको ध्यान रखना होगा कि इसे सिर्फ नमी में ही उगाया जाता है।
इसके अलावा आपको कई कार्बनिक एवं अकार्बनिक यौगिकों, नाइट्रोजन पोषकों को भी खरीद लेनी चाहिए। इन सब के इस्तेमाल से उत्पादन क्षमता में अच्छी खासी बढ़ोतरी मिल जाती है। मशरुम की खेती करने के लिए आपको एक कमरे की जरुरत होती है। लेकिन आप चाहें तो लकड़ियों का एक जाल बनाकर भी उसके नीचे मशरूम को उगाना शुरू कर सकते हैं। बाकी के सभी Steps सभी स्तर के व्यापार के लिए लगभग एक जैसे ही हैं। | Business Idea
मशरुम की खेती करने के लिए खाद की आवश्यकता होती है, आप धान या फिर गेहूं के भूसे का खाद बनाने के लिए उपयोग कर सकते है. पर भूसे को कीटाणु रहित बनाने से ही यह संभव हो पाएगा। कीटाणु एवं अशुद्धियाँ दूर हो जाने के फलस्वरूप मशरूम की फसल को उगने में कोई बाधा नहीं आती है।
पौधों की बढ़ोतरी एवं गुणों में कोई अवरोध उत्पन्न ना हो इसके लिए लगभग 1500 लीटर पानी में 1.5 किलोग्राम फार्मलीन एवं 150 ग्राम बेबिस्टीन मिला कर एक मिश्रण तैयार कर लें। फिर इसमें दोनों कीटनाशकों को एक साथ मिला कर इस पानी में 1 क्विंटल 50 किलोग्राम गेहूं का भूसा डालकर अच्छे से मिला लें। उसके बाद इसे कुछ समय के लिए ढक कर रख दें। यह खाद या भूसे का मिश्रण आपके लिए मशरूम उगाने का एक सर्वोत्तम खाद आसानी से बनकर तैयार हो जाता है।
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भूसे को हवा में बाहर कहीं अच्छी तरह से फैला लें। फिर थोड़ा अलट पलट कर उसे मिला लें। अब यह बुवाई करने के लिए तैयार है। पहले भूसा उसके ऊपर बीज फिर भूसा फिर बीज इसी तरह से 3-4 परतें बना लिया जाता है। बुवाई की प्रक्रिया समाप्त हो जाने के बाद उसमें ऊपर से हल्का पानी का छींटा मार दिया जाता है। जिससे मशरूम के पौधा आसानी से बाहर निकल सकें। 15 दिन तक इसमें हवा का प्रवेश नहीं होने चाहिए। इसके लिए आप कमरे को पूरी तरह से बंद कर दें। फिर 15 दिन के बाद इसी कमरे को खुला छोड़ दे या पंखे का भी इंतजाम कर दें. अब आप अपने सफेद मशरुम की फसल को देख सकते हैं।
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नमी पर नियंत्रण करने के लिए कभी-कभी दीवारों पर पानी का छिड़काव भी आवश्यक है। नमी 70 डिग्री के करीब ही होनी चाहिए। फिर कमरे का तापमान नियंत्रण भी आवश्यक है। मशरूम की बेहतर पैदावार के लिए लगभग 20 से 30 डिग्री का तापमान सही रहता है।
विशेषज्ञों के अनुसार मशरुम के फसल को 30 से 40 दिनों के भीतर काट सकते हैं। उसके बाद आपको इसका फल दिखाई देने लगता है, जिसे आप आसानी से हाथ से ही तोड़ सकते हैं। मशरुम के व्यापार अक्सर फायदेमंद ही रहता है।
आज के जमाने में मशरूम का Demand बहुत अधिक है। इसकी खपत बड़े बड़े होटलों, दवाएं बनाने वाली कंपनियों में बहुतायात में होती है। इसके अलावा मशरूम का उपयोग अधिकतर चाइनीज खाने में भी किया जाता है। लाभकारी गुणों की वजह से इसका उपयोग Medical Field में भी किया जा रहा है। इतना ही नहीं इसका निर्यात एवं आयात भी कई देशोंमें किया जाता है। आप बेफिक्र होकर मशहूर की खेती करें। सफलता तो निश्चित है।मशरुम के व्यवसाय में इतने अधिक फायदे हैं, कि आप नतीजा देखकर स्वयं हैरान रह जाएंगे।