Genre | Old Songs Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
मन जितना जीना चाहे तन उतना ही मरता जाये
इंसान की हिमाकत देखो उमीद ही करता जाये
कोई राह मंजिल की कहीं सूझे तो बतलाये
जाते हुए ये पल छीन क्यों जीवन लिए जाते
रंग और सुगंध का जादू सदियों से चलता आया
इंसान इन्ही में डूबा नादान यही भरमाया
अब कौन ये सोचे क्या खोया और क्या पाया
जाते हुए ये पल छीन क्यों जीवन लिए जाते
विश्वास में वास है विष का
आशा में छुपी है निराशा
शब्दो के संग ना बहना
है छल से भरी हर भाषा
इंसान का दिल भी पत्थर सा जाये तरसा
जाते हुए ये पल छीन क्यों जीवन लिए जाते
जोड़ें यही जोड़ें यही तोड़ें सब नाते
जाते हुए ये पल छीन क्यों जीवन लिए जाते
क्यों जीवन लिए जाते
क्यों जीवन लिए जाते