Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
बीमार हो गया था
लगा मौत थी क़रीब
वो दौर था कुछ ऐसा
वो वक़्त था अजीब
जब ये लगा था लगने
की खोटा है नसीब
तब मिला यूट्यूब
और ख़ुद में बिलीव
मिडल क्लास फ़ैमिली
पर सोच रखी हाई
आज भी है याद
चाचा की सुटाइ
पिताजी का ग़ुस्सा
उसके पीछे की दुआएँ
आज भी हो तकलीफ़ तो
माँ हाई याद आए
हाँ मुझसे पूछो
किसे कहते है रोना
हाँ मुझसे पूछो
क्या होता है खोना
९९ में खो दिया पिताजी को मैंने
मुझसे पूछो होता क्या है
पिताजी का होना
मेरे चाचा जी और दादी
भगवान के दो रूप
छांव में रखा
ना लगने दी है धूप
पाल के बड़ा किया
बड़ा दिया नसीब
है नसीब वाले होते
जो अपनों के क़रीब हैं
जो थी पहले नफ़रतें
जो थी पहले गालियाँ
आज वो हैं तारिफ़ें
आज वही तालियाँ
मैंने की है मेहनत
जो देखा मैंने पा लिया
यूट्यूब के थ्रू नया
परिवार है बना लिया
छोटी सी उम्र में
एक छोटू मेरा यार था
बैट बॉल खेलते
वही मेरा प्यार था
घर की ग़रीबी की
वजह से सब छोड़ा
आज भी है याद
चाचा ने जब बल्ला मेरा तोड़ा
खेल कूद छोड़
जिम्मेदारियाँ उठाई
सपनों को छोड़
करने लगा मैं पढ़ाई
था आता तराश
देख माँ की तन्हाई
बहन बैठी घर पे
जिसकी सुनी थी सहनाई
स्कूल में था मस्करा
अबको था हँसता
बन्द कमरे में रोया
ना किसी को जताता
अध्यापक थे बोलते थे की
इसको ना पढ़ाना
पंकज कौशल बोले नाम है
हाँ, अमित भड़ाना
१८ का लरका कॉलेज पे जाके भटका
चका चौंध में था खो गया
जो ना था मैं वो हो गया
थे जिनके दिल तोड़े उनसे माफ़ी हाथ जोड़ के
जिन्होंने दिए धोखे
उन्हें राम-राम बोलके
जो थी पहले नफ़रतें
जो थी पहले गालियाँ
आज वो है तरीफ़ें
आज वही तालियाँ
मैंने की है मेहनत
जो देखा मैंने पा लिया
यूट्यूब के थ्रू नया
परिवार है बना लिया
पढ़ाई में ना मन
कुछ बड़ा था करना
जेब खाली रोती आँखें
और अकेला कमरा
आँखों में ले आँसू
हँसना मैंने सिखा
हँसने ने सिखाया मुझे
जीने का तरीक़ा
अंग्रेज़ी गानो पे किए
देसी गाने मिक्स
डबिंग सुन लोगों का
प्यार हुआ फ़िक्स
कापीराइट पड़ गया
उड़ गया कांटेंट
टूट गया दिल बिखरे थे
सारे सेंटिमेंट