Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
सइयाँ छोड़ के ना जा रे
का करूँ तोरे बिन ना जा रे
कासे बोलूँ मैं जाके जी की बतियाँ रे
काटी जाएँ ना सूनी काली रतियाँ रे
रूठी है खोयी है मो से मोरी नींदिया
काटे कटे ना रतियाँ
रूठी है खोयी है मो से मोरी नींदिया
काटे कटे ना रतियाँ
रो के अब तो अखियाँ भी हारी
काहे माने ना बतियाँ
तु जो रूठा है जग ये छूटा है
सुन मोरी अरज ना जा रे
सइयाँ छोड़ के ना जा रे
का करूँ तोरे बिन ना जा रे
कासे बोलू मैं जाके जी की बतियाँ रे
काटी जाएँ ना सूनी काली रतियाँ रे
ना जा…
ना जा…
ना जा…
सइयाँ.. सइयाँ…