Nabard dairy Loan: नाबार्ड डेरी योजना का शुभ आरंभ हमारे देश की केंद्र सरकार द्वारा किया गया है। जिसकी घोषणा हमारे देश की वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमण जी के द्वारा की गई थी। इस योजना को लागू करने का मुख्य उद्देश्य उन किसानों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करना है जो की बेरोजगार है और रोजगार पाना चाहते हैं। योजना के तहत सरकार न्यूनतम ब्याज दरों पर लोन देगी ताकि बेरोजगार युवक अपना खुद का व्यवसाय शुरू करके खुद को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बना सके।
Note: योजना के तहत 30,000 करोड रुपए की वित्तीय सहायता किसानों को देने का निर्णय लिया गया है। जिसके अंतर्गत 3 करोड़ किसानों को लाभान्वित किया जाएगा।
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जितने भी युवा बेरोजगार है उन्हें अपना खुद का रोजगार शुरू करने के लिए सरकार यह लोन देगी। जिस पैसे से आप अपनी इच्छा के अनुसार पशुपालन, डेयरी फार्मिंग, मत्स्य पालन का उद्योग शुरू कर सकेंगे। योजना से भारत को यह लाभ होगा कि भारत में डेयरी की संख्या बढ़ेगी और दूध की उपलब्धता भी बढ़ेगी। योजना के अंतर्गत लोन में मिलने वाला पैसा कॉर्पोरेट बैंक को के जरिए प्राप्त होगा।
यदि कोई युवक नाबार्ड डेयरी फार्मिंग योजना के लिए आवेदन करना चाहता है तो उसके पास जरूरी दस्तावेजों का होना अनिवार्य है जो इस तरह है:
नाबार्ड डेयरी फार्मिंग योजना के तहत आप दूध के उत्पादन के लिए मशीन खरीदेंगे जो की 13.20 लाख की लागत की होती है। जिस पर 3.30 लाख रुपए तक की सब्सिडी सरकार के द्वारा दी जाती है जो की कुल कीमत का 25% होता है। यदि कोई व्यक्ति अनुसूचित जाति और जनजाति से संबंधित है तो उसे यह सब्सिडी 4.40 लाख रुपए तक मिल जाती है। योजना के तहत पैसा बैंकों के जरिए मिल जाएगा जिसके अंतर्गत आवेदन करने वाले व्यक्ति को 25% पैसा खुद देना होगा।
नाबार्ड डेयरी योजना के तहत जो व्यक्ति लाभ पाना चाहता है उसे बैंक में जाकर योजना से संबंधित जानकारी लेनी होगी और आवेदक को बैंक में जाकर ही आवेदन पत्र भरकर जमा करना होगा। इतनी प्रक्रिया करने के बाद बैंक आपके द्वारा भरी जानकारी का सत्यापन करने के बाद 10 लाख रुपए का लोन देगी। अगर आपके द्वारा लोन का पैसा 10 लाख से ज्यादा मांगा जा रहा है तो आपको अपने उद्योग की प्रोजेक्ट रिपोर्ट जमा करनी पड़ेगी।