Genre | Hindi Lyrics |
Language | Hindi |
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया
ऐ खुदा तूने ये क्या गुनाह कर दिया
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया
आ… ओ…
वक़्त की साज़िशें बेरहम थी सभी
हुमको मिलने से पहले जुदा कर गयी
जिन हवाओं से आती थी खुशबू तेरी
वो हवायें हमही से दगा कर गयी
रूबरू जो खुदा मुझसे होगा कभी
तो पूछूंगा तूने ये क्या कर दिया
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया
ऐ खुदा तूने ये क्या गुनाह कर दिया
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया
जिस्म के फासलें है दिलों के नही
जो मैं तेरा नही तो किसी का नही
टूट कर बाखुदा मैं बिखर जाउंगा
वो मिला ना मुझे तो मैं मर जाउंगा
रूबरू जो खुदा मुझसे होगा कभी
तो पूछूंगा तूने ये क्या कर दिया
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया
ऐ खुदा तूने ये क्या गुनाह कर दिया
मेरे महबूब से क्यूँ जुदा कर दिया